[ad_1]
- कानपुर के राजकीय बाल गृह की 57 लड़कियां मिली थीं कोरोना संक्रमित, इनमें पांच थीं गर्भवती
- प्रियंका गांधी ने बालिकाओं के गर्भवती मिलने पर इस प्रकरण को देवरिया व मुजफ्फरपुर के चर्चित कांड से जोड़ा था
- गुरुवार को उत्तर प्रदेश बाल संरक्षण आयोग ने प्रियंका को जारी किया था नोटिस, तीन दिनों के भीतर खंडन जारी करने के लिए कहा था
दैनिक भास्कर
Jun 26, 2020, 10:49 AM IST
लखनऊ. कानपुर राजकीय बालिका गृह में कोरोना संक्रमित 57 लड़कियों में से पांच के गर्भवती मिलने के प्रकरण में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने उत्तर प्रदेश राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की नोटिस का जवाब बेहद अक्रामक तेवर के साथ ट्वीटर से दिया है। प्रियंका ने लिखा कि, जो भी कार्रवाई करना चाहते हैं, बेशक करें। मैं सच्चाई सामने रखती रहूंगी। मैं इंदिरा गांधी की पोती हूं। कुछ विपक्ष के नेताओं की तरह भाजपा की अघोषित प्रवक्ता नहीं।
प्रियंका ने एक ट्वीट से साधा कई निशाना
उत्तर प्रदेश राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की नोटिस के जवाब में प्रियंका ने ट्वीटर पर लिखा कि, जनता के एक सेवक के रूप में मेरा कर्तव्य यूपी की जनता के प्रति है, और वह कर्तव्य सच्चाई को उनके सामने रखने का है। किसी सरकारी प्रोपेगैंडा को आगे रखना नहीं है। यूपी सरकार अपने अन्य विभागों द्वारा मुझे फिज़ूल की धमकियां देकर अपना समय व्यर्थ कर रही है। जो भी कार्रवाई करना चाहते हैं, बेशक करें। मैं सच्चाई सामने रखती रहूंगी। इस ट्वीट से प्रियंका गांधी ने इशारों में बसपा प्रमुख मायावती पर भी निशाना साधा है। मायावती अक्सर भाजपा पर हमलावर न होकर कांग्रेस पर पलटवार करती हैं। हाल ही में उन्होंने जौनपुर में दलितों का घर जलाए जाने पर योगी सरकार द्वारा आरोपियों पर एनएसए व गैंगस्टर की कार्रवाई पर मुख्यमंत्री योगी की तारीफ भी की थी।
जनता के एक सेवक के रूप में मेरा कर्तव्य यूपी की जनता के प्रति है, और वह कर्तव्य सच्चाई को उनके सामने रखने का है। किसी सरकारी प्रॉपगैंडा को आगे रखना नहीं है। यूपी सरकार अपने अन्य विभागों द्वारा मुझे फिज़ूल की धमकियाँ देकर अपना समय व्यर्थ कर रही है।..1/2
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) June 26, 2020
यह है पूरा मामला, अब तक 63 लड़कियां कोरोना संक्रमित
कानपुर के राजकीय बालिका गृह में 17 से 19 जून के बीच 57 लड़कियां कोरोना संक्रमित मिली थीं। इनमें पांच गर्भवतियों में एक एचआईवी तो दूसरी लड़की हेपेटाइटिस से भी संक्रमित थी। इस प्रकरण को प्रियंका गांधी ने देवरिया व मुजफ्फरपुर कांड से जोड़कर कहा था कि, इस मामले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। इस बीच गुरुवार को बाल संरक्षण आयोग ने प्रियंका गांधी को नोटिस जारी किया।
आयोग अध्यक्ष डॉक्टर विशेष गुप्ता ने कहा- “बालगृह में 171 बालिकाएं निरुद्ध हैं। इन्हें पॉक्सो एक्ट के तहत कानपुर, एटा, आगरा, कन्नौज और फिरोजबाद की बाल कल्याण समिति ने सुरक्षा एवं सरंक्षण के लिए बालगृह कानपुर भेजा था। इनमें से अब तक 63 संक्रमित मिल चुकी हैं। लेकिन, प्रियंका ने सरकार की छवि खराब करने की कोशिश की है। उन्होंने जेजे एक्ट का उल्लंघन कर अपने फेसबुक पर भ्रामक व असत्य पोस्ट लिखी है। यदि तीन दिन के भीतर खंडन नहीं किया गया तो कार्रवाई की जाएगी।”
आगरा डीएम ने भी जारी किया था नोटिस
इससे पहले आगरा में कोरोना से होने वाली मौतों को लेकर योगी सरकार पर सवाल उठाए थे। प्रियंका ने लिखा था कि 48 घंटे के भीतर 28 मरीजों की मौत कोरोना हुई। इसके बाद डीएम आगरा प्रभु नारायण सिंह ने प्रियंका गांधी को नोटिस जारी किया था। इसके बाद प्रियंका ने लिखा था कि आगरा में कोरोना से मृत्युदर दिल्ली व मुंबई से भी अधिक है। यहां कोरोना से मरीजों की मृत्यदर 6.8 फीसदी है। यहां कोरोना से जान गंवाने वाले 79 मरीजों में से कुल 35 फीसदी यानि 28 लोगों की मौत अस्पताल में भर्ती होने के 48 घंटे के अंदर हुई है। ‘आगरा मॉडल’ का झूठ फैलाकर इन विषम परिस्थितियों में धकेलने के जिम्मेदार कौन हैं? मुख्यमंत्रीजी 48 घंटे के भीतर जनता को इसका स्पष्टीकरण दें और कोविड मरीजों की स्थिति और संख्या में की जा रही हेराफेरी पर जवाबदेही बनाएं।
कोरोना से सबसे अधिक मृत्युदर वाले 15 जिलों में 4 जिले यूपी के हैं।
झांसी:हर 10 कोरोना पीड़ित में एक की मौत
मेरठ:हर 11 में एक कोरोना पीड़ित की मौत
आगरा और एटा में हर 14 कोरोना पीड़ित में एक की मौत हुई है
सोचने वाली बात है अगर केस बढ़ नहीं रहे तो मृत्युदर इतनी ज्यादा क्यों है? pic.twitter.com/971vb0y1nB
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) June 24, 2020
[ad_2]