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- सांसद संजय सिंह ने मोदी और योगी सरकार की नीतियों पर सवाल खड़े किए
- संजय सिंह ने लखनऊ में चीनी जूम ऐप के जरिए प्रेसवार्ता की, चीन सीमा विवाद पर मोदी सरकार को घेरा
दैनिक भास्कर
Jun 29, 2020, 12:45 PM IST
लखनऊ. आम आदमी पार्टी के यूपी प्रभारी और राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने केंद्र और प्रदेश सरकार की नीतियों पर सवाल उठाए। संजय सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कभी देश की संसद में मनरेगा का मजाक उड़ाया था, अब उसी से लोगों को रोजगार दे रहे हैं। उत्तर प्रदेश में अपराध चरम पर है। कोरोना की जांच कम हो रही है। चीन सीमा पर चल रहे विवाद पर केंद्र सरकार को घेरा। कहा- भारत मां की धरती आजाद कराने के लिए 20 जवानों ने शहादत दे दी और बेशर्म भाजपा सरकार कह रही है कि चीन ने भारत की जमीन पर कब्जा नहीं किया। तो सैन्य और राजनयिक स्तर पर बातचीत क्यों चल रही थी? बड़बोले गृहमंत्री ने तो अक्साई चिन लेने की बात भी कही थी।
एक करोड़ रोजगार देने का दावा झूठा निकला
संजय सिंह ने योगी सरकार के एक करोड़ रोजगार सर्जन को लेकर कहा कि यूपी में न तो कोई फैक्ट्री लगाई गई, न कोई इकाई लगी, न नए रोजगार सृजन किए गए। इसके बाबजूद योगी सरकार कह रही है कि एक करोड़ नए रोजगार दिए जा रहे हैं। शिक्षकों की भर्ती में बड़ा घोटाला उजागर हुआ, शिक्षा मित्रों, शिक्षिका बहनों को अपना सर मुंडवाकर विरोध दर्ज कराना पड़ रहा है। तमाम भर्तियों में बेरोजगारों से फॉर्म भरवाने के नाम पर सरकार ने बेरोजगारों से करोड़ों रुपए वसूल लिया लेकिन परीक्षा के बाद रिजल्ट नहीं आया और कुछ रिजल्ट आए भी, वो कोर्ट में लटक गए। परीक्षाओं के नाम पर योगी सरकार ने बेरोजगारों से धन उगाही का काम किया है। बीटीसी छात्रों, शिक्षा मित्रों, अनुदेशकों और अन्य बेरोजगारों ने सरकार के खिलाफ अपनी आवाज उठाई, उन्हें योगी बाबा ने लाठियों से पिटवाकर जेल में डालने का काम किया है।
मनरेगा पर पीएम मोदी और कसा तंज
संजय सिंह ने मनरेगा के तहत 100 दिन गारंटी रोजगार की असलियत बताई। कहा कि पार्लियामेंट में सरकार ने मनरेगा में मिलने वाले रोजगार के आंकड़े दिए, वह बेहद चौंकाने वाले है। आंकड़ो के तहत 2019 में राष्ट्रीय स्तर पर मनरेगा के तहत औसतन मात्र 52 दिन लोगों को काम दिया गया है, उत्तर प्रदेश में मात्र 42 दिन ही लोगों को काम मिला है। इस हिसाब से योगी सरकार ने एक परिवार को एक साल में मात्र 8442 रुपए मात्र दिया है। ये सच्चाई है मनरेगा की और योगी सरकार रोजगार देने के नाम पर यूपी के बेरोजगारों के साथ धोखा, मजाक कर रही है।
कानून व्यवस्था बनाए रखने में योगी सरकार फेल
राज्यसभा सांसद ने कहा कि योगी सरकार यूपी में कानून बनाए रखने में पूरी तरह से फेल साबित हुई है। उन्नाव में पत्रकार की हत्या कर दी गई। आए दिन छोटी-छोटी बच्चियों के साथ बलात्कार हो रहे हैं। कानपुर बाल संरक्षण में 57 मासूम बच्चियों को कोरोना हो गया, 7 बच्चियां गर्भवती हो गईं। आखिर कौन है वो दरिंदे- जिनकी वजह से 7 बच्चियां गर्भवती हो गई हैं। योगी सरकार ऐसे दरिंदों के खिलाफ कार्रवाई करने के बजाय उन्हें बचाने का काम कर रही है।
कोरोना संकट में टेस्टिंग नहीं हो रही
सिंह ने कहा कि 23 करोड़ आबादी वाले राज्य में मात्र 19387 लोगों की टेस्टिंग हो रही है। जबकि दिल्ली में 2.5 करोड़ आबादी वाले राज्य में 23 हजार लोगों की कोरोना टेस्टिंग हो रही है। इतनी बड़ी आबादी वाले राज्य यूपी में न के बराबर कोरोना टेस्टिंग की जा रही है। इसीलिए यूपी में कोरोना के कम केस हैं। अगर योगी सरकार अधिक से अधिक लोगों की टेस्टिंग करे तो उत्तरप्रदेश में कोरोना पीड़ितों की संख्या सबसे ज्यादा निकल जाएगी। योगी सरकार नो एफआईआर, नो क्राइम और नो कोरोना टेस्टिंग, नो कोरोना के फाॅर्मूले को अपनाए हुए हैं।
भ्रष्टाचार के नए नए कीर्तिमान स्थापित हो रहे
यूपी में भ्रष्टाचार के मुद्दे पर अनामिका शुक्ला का उदाहरण देते योगी सरकार को घेरते हुए संजय सिंह ने कहा कि भ्रष्टाचार के मामलों में योगी सरकार ने कई नए कीर्तमान स्थापित किए हैं। सरकार और अधिकारियों की मिलीभगत के चलते प्रदेश में एक फर्जी शिक्षिका 25 जगह से एक वर्ष के अंदर एक करोड़ रुपए वेतन प्राप्त कर लेती है। प्रदेश में कुछ भी बोलना अपराध हो गया है। पूर्व आईएएस अधिकारी ने सरकार को आइना दिखाया तो सरकार ने उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करा दी। योगी सरकार प्रदेश में तानाशाह रवैया अपनाए हुए हैं।
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